परीक्षा की तैयारी
परीक्षा की तैयारी
बच्चोंकी अर्धवार्षिक परीक्षाएँनजदीक आ रही हैं। इससमय बच्चे एवं अभिभावक दोनों तनावमें रहते हैं।बच्चे को तनाव नहीं ,सहारादें। उसका मनोबलबढ़ाएँ।
इससमय कुछ ध्यानदेने वाली बातेंइस प्रकार है–
• समय सारिणी बनाकरहर विषय को उचित समयदें । बीच– बीच मेंथोड़ा समय विश्रामके लिए रखें।
• परीक्षा केलिए दिएगए पाठ्यक्रम कोध्यान से देखें और उसकेअनुरूप तैयारी कराएँ।
• थोड़ेसमय में ज्यादापढ़ लेने से बच्चा परीक्षामें सब कुछ याद नहींररख पाता। अतःसमय– समय पर पढ़े हुएपाठ का एवंनियमित अभ्यास कराएँ।
• अच्छेउत्तर लिखने के लिएबच्चे पाठ को बार– बारपढ़ें ताकि पाठ पूरीतरह उन्हें समझआ जाए।
• कईबार देखा गयाहै कि परीक्षादेते समय बच्चे पूरापेपर नहीं कर पाते। कईप्रश्न छूट जाते हैं, उन्हें प्रश्न पत्रबड़ा लगता है। यहतभी होता है जब हमघर पर प्रश्नोंके उत्तर लिखकर अभ्यास नहींकरते। लिखित अभ्यासकराएँ । इससेवर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियाँभी सामने आ जाती हैंऔर लिखने कीगति भी बढ़ जाती है।
• बच्चे कोअगर कहीं कुछ समझनेमें कठिनाई होरही है तो उस वक्ततनाव में न आयें। थोड़ी देर केलिए उस विषय को छोड़ दें।बाद में फिर कुछ घंटोंबाद उसे फिर उठाएँ याअगले दिन उस विषय कोदोबारा देखें।आप देखेंगे कि अब समझनेमें आसानी होगी।
• संतुलितभोजन आवश्यकहै। पेटअच्छी तरह भरा होने परबच्चा मन लगाकरपढ़ता है। जंक फ़ूडसे बचें।
नियमितप्रयास, नियमित पठन, नियमित रूप सेलेखन अनिवार्यहै। अंत में यही समझनेकी आवश्यकता है कि परीक्षाएक मापदंड हैयह जानने केलिए कि बच्चेका कांसेप्ट कहाँतक स्पष्ट है, किस विषयपर पकड़ मज़बूतनहीं है , आगेआने वाले समयमें हमारी तैयारीकैसी होनी चाहिए।