आप पहले ही ताक धिना धिन पुस्तक का एक बालगीत ‘छुट्टीआई ‘ सुन चुके हैं.
नीचे लिखे लिंक पर आइये सुनते हैं , ताक धिना धिन पुस्तक का अगला बालगीत
‘चलो चलें हम चिड़िया घर’ -…
https://youtu.be/SokWzF-JK58
१६.५.१६
चलना ही जिंदगी है (६ )
इस सप्ताह के सुविचार —–
इस सप्ताह के सुविचार —–
- जीवन के आने वाले पलों की मृगतृष्णा में न रहकर , अभी ,इस पल के आनंद में सराबोर हो लें।
- समय बड़ा होताहै, मनुष्य नहीं,समय अनुसार परिस्थितियाँ बदलती हैं ,इसलिए सही समय का इन्जार करना ही अच्छा है .
- चाहे कैसी भी परिस्थिति हो ,अपना विश्वास बनाए रखें।
- परिवार में सबका व्यवहार अलग होता है, सबका अपना मान -सम्मान होता है . हर एक सदस्य का अलग महत्त्व होता है . सबसे ताल-मेल बैठाकर , प्यार से रहना ही तो ज़िन्दगी है .
- जिस भी काम को करें ,उसे पूरे जुनून से करें । उसके पूरे होने का आनंद ही अलग
- १६.५.१६